डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान (डी.ए.एफ)
डी.ए.एफ की स्थापना 24 मार्च, 1992 को तत्कालीन भारत के माननीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में शताब्दी समारोह समिति की सिफारिशों के आधार पर की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत तथा विदेशों में डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की विचारधारा और संदेश को व्यापक रूप से जनसामान्य तक पहुँचाने के लिए विविध कार्यक्रमों और गतिविधियों को क्रियान्वित करना था। साथ ही, इसका दायित्व डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के शताब्दी समारोह के दौरान चिन्हित की गई महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक योजनाओं एवं कार्यक्रमों का संचालन, प्रबंधन और प्रशासन करना भी था।
संस्था का स्वरूप:
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के संरक्षण में स्थापित एक संस्था, जो "सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, 1860" के तहत पंजीकृत है।
साथ ही, यह आयकर अधिनियम की धारा 12(ए) और 80(जी) के अंतर्गत एक दान संस्थान के रूप में भी पंजीकृत है। यह संस्थान भारत सरकार द्वारा पूर्णतः वित्तपोषित है।
योजनाएं, कार्यक्रम और परियोजनाएं:
- डॉ. अम्बेडकर चिकित्सा सहायता योजना अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए।
- विश्वविद्यालयों/संस्थाओं में डॉ. अम्बेडकर चेयर।
- कक्षा 10वीं के स्तर पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय मेधा पुरस्कार योजना।
- कक्षा 12वीं के स्तर पर अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय मेधा पुरस्कार योजना।
- महान संतों की जयंती का उत्सव।
- डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता योजना।
- सामाजिक परिवर्तन के लिए डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार।
- डॉ. अम्बेडकर स्मारक व्याख्यान।
- संसद भवन के लॉन में 14 अप्रैल, और 6 दिसंबर, को डॉ. अम्बेडकर की जयंती और महापरिनिर्वाण दिवस का उत्सव।
- बाबा साहेब डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की संकलित रचनाओं का हिन्दी और 8 क्षेत्रीय भाषाओं जैसे तमिल, तेलुगु, उड़िया, मलयालम, गुजराती, पंजाबी, उर्दू और बंगाली में प्रकाशन।
- नई दिल्ली के 15 जनपथ पर डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र।
- दिल्ली के 26, अलीपुर रोड पर डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक और संग्रहालय।
डॉ. अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय केंद्र:
- 15, जनपथ, नई दिल्ली में ‘डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय पुस्तकालय’ की स्थापना डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की शताब्दी समारोह समिति (सी.सी.सी) द्वारा लिया गया एक महत्वपूर्ण निर्णय था।
- प्रधानमंत्री कार्यालय की स्वीकृति के साथ, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एम.एस.जे.ई) ने अपनी कार्यालय ज्ञापन संख्या 17020/2/2011-एस.सी.डी-VI दिनांक 29 नवम्बर, 2011 के माध्यम से एक उच्च स्तरीय समिति (एच.एल.सी) का गठन किया, जिसका उद्देश्य 15, जनपथ, नई दिल्ली में ‘डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र’ नामक पुस्तकालय के विकास की योजना बनाना था।
- उच्च स्तरीय समिति ने ‘केंद्र’ पर अपनी रिपोर्ट 8.09.2012 को प्रस्तुत की, जिसे सरकार ने स्वीकृत किया। अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के निर्माण का कार्य राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एन.बी.सी.सी) को शहरी विकास मंत्रालय की सिफारिश पर सौंपा गया।
- माननीय प्रधानमंत्री ने 20 अप्रैल, 2015 को 15, जनपथ में एक विशेष समारोह में इस "केंद्र" का शिलान्यास किया।
- डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (डी.ए.आई.सी) को भारत के तत्कालीन माननीय प्रधानमंत्री ने 07.12.2017 को राष्ट्र को समर्पित किया।
डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक एवं संग्रहालय:
डॉ. अम्बेडकर महापरिनिर्वाण स्थल, 26, अलीपुर रोड, दिल्ली, को भारत के तत्कालीन माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 02.12.2003 को राष्ट्र को समर्पित किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय की स्वीकृति के साथ, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एम.एस.जे.ई) ने अपनी कार्यालय ज्ञापन संख्या 17020/2/2011-एससीडी-VI दिनांक 29 नवम्बर, 2011 के माध्यम से एक उच्चस्तरीय समिति (एच.एल.सी) का गठन किया, जिसका उद्देश्य 26, अलीपुर रोड, दिल्ली में डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक के विकास की योजना बनाना था। उच्चस्तरीय समिति ने 14.06.2012 को ‘स्मारक’ पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसे भारत सरकार ने स्वीकार किया।
26, अलीपुर रोड, दिल्ली में डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक (डी.ए.एन.एम) के निर्माण कार्य को शहरी विकास मंत्रालय की सिफारिश पर केंद्रीय सार्वजनिक निर्माण विभाग (सी.पी.डब्ल्यू.डी) को सौंपा गया है।
डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक (डी.ए.एन.एम) को भारत के तत्कालीन माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 13.04.2018 को राष्ट्र को समर्पित किया गया।
डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान के बारे में अधिक जानकारी निम्नलिखित है